जहां सिसकती राख चिता की वहीं ईद-दिवाली आज साथ मना लें। जहां सिसकती राख चिता की वहीं ईद-दिवाली आज साथ मना लें।
दूर जाने पर, आँखें फूट-फूट कर, रोती थीं। दूर जाने पर, आँखें फूट-फूट कर, रोती थीं।
साथ विरह, झगड़ा सुलह, सब बदलता रहेगा सब साथ छोड़ेंगे, बस साथ रहेगी तो आस। एक आस ही तो साथ विरह, झगड़ा सुलह, सब बदलता रहेगा सब साथ छोड़ेंगे, बस साथ रहेगी तो आस। ...
मेरी दुनिया में, मेरे सबसे करीब थे, मेरे मां-बाप। वो दोनों दिन-रात करते थे संघर मेरी दुनिया में, मेरे सबसे करीब थे, मेरे मां-बाप। वो दोनों दिन-रात...
अब नहीं रुकेंगी यह जब तक है जान। अब नहीं रुकेंगी यह जब तक है जान।
आशियाना मेरा सज गया उस परी के आने से. आशियाना मेरा सज गया उस परी के आने से.